मोहन सिंह बामनिया
प्रस्तुत अध्ययन के अंतर्गत माध्यमिक स्तर पर अध्ययनरत विद्यार्थियों की वैज्ञानिक अभिवृत्ति का अध्ययन किया गया है। बहुत सारे विद्यार्थियों का वास्तविक दृष्टिकोण अलग होता है क्योंकि सभी विद्यार्थी अलग-अलग पृष्ठभूमि से संबंधित होते है। सही समय पर उचित मार्गदर्शन नहीं मिलने पर वह अपनी क्षमतानुसार एवं दृष्टिकोण के अनुसार उचित विषय का चयन करने में असमर्थ होते हैं, जिससे वे अपने लक्ष्य को पूर्ण नहीं कर पाते हैं। अगर इन विद्यार्थियों को उचित मार्गदर्शन मिले तो वह भी अपनी क्षमता या योग्यता के अनुरूप अपने करियर का चुनाव कर सकते हैं। विद्यार्थियों में जितना अच्छा वैज्ञानिक दृष्टिकोण और वैज्ञानिक अभिवृत्ति होगी वैसे ही उनकी रूचि तथा योग्यता के अनुसार उचित मार्गदर्शन प्रदान किया जा सकता है।
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